Loading...
Loading.

आरटीसी- रंगरूट प्रशिक्षण केंद्रकैडेट से कांस्टेबल बनने तक – रंगरूट प्रशिक्षण केंद्र (आरटीसी) में प्रशिक्षण और परिवर्तन की यात्रा

इतिहास

एक अनुशासित, प्रेरणादायक और चुनौतीपूर्ण अनुभव होता है, जो हर पुलिस रंगरूट (Recruit) को एक जिम्मेदार, सशक्त और सेवा-भाव रखने वाले पुलिसकर्मी के रूप में तैयार करता है। यहाँ RTC में बिताया गया समय, केवल प्रशिक्षण नहीं होता — यह एक मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तन की यात्रा होती है।

मुरादाबाद अब यूपी का एक प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र बन गया है, जिसमें Police Academy, PTC और PTS शामिल हैं, और यह राज्य भर में लगभग 3 लाख पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण देने में योगदान देता है ।

🧑‍✈️ जीवन के अनुभव – कठिनाई और बदलाव :

अनुशासन

  1. RTC में जीवन बहुत अनुशासित होता है। हर पल समय पर, हर कार्य निर्धारित नियमों के तहत।
  2. देरी, अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई की जाती है।

आत्मबल और आत्मविश्वास

  1. सुबह की दौड़ से लेकर फायरिंग अभ्यास तक, रंगरूट खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनते देखते हैं।

भाईचारा और सहयोग

  1. बैरक में एक साथ रहना, भोजन बांटना, कंधे से कंधा मिलाकर अभ्यास करना — यह एकता और टीम भावना सिखाता है।

मानसिक विकास

  1. साइबर अपराध, सामाजिक सेवा, महिला सुरक्षा, मानवाधिकार जैसे विषयों पर विशेष सत्र लिए जाते हैं।

RTC जीवन के दृश्य

कुछ सामान्य चीजें जो RTC के जीवन में रोज़ दिखती हैं:

  1. सीटी की आवाज़ पर ग्राउंड की दौड़
  2. बैरकों में सजे-संवरे बिस्तर और लॉकर
  3. परेड ग्राउंड में रंगरूटों की गूंजती आवाज़ें
  4. दीवारों पर देशभक्ति से भरी चित्रकथाएँ
  5. अधिकारी की एक नज़र में शांत हो जाने वाला अनुशासित माहौल

एक झलक RTC मुरादाबाद की